जालंधर(मान्यवर):-पिछले कुछ दिनों से डीएवी कॉलेज जालंधर में एनएसएस यूनिट द्वारा संचालित कोविड-19 टीकाकरण केंद्र का डॉ. बलवंत सिंह जी, सिविल सर्जन एवं एसएमओ डॉ अशोक कुमार ने दौरा किया और केंद्र की समीक्षा की। यह कैंप डॉ. अमनदीप सिंह कैरों, चिकित्सा अधिकारी, सी.एच.सी दादा कॉलोनी और उनकी पूरी टीम द्वारा कॉलेज के एन.एस.एस युनिट के सहयोग से चल रहा है। डॉ. बलवंत सिंह जी ने टीकाकरण के लिए आए लोगों का उत्साहवर्धन किया और आशा व्यक्त की कि आप टीकाकरण करवाकर अन्य लोगों को भी टीकाकरण अभियान में शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगे। क्योंकि कोरोना से बचने का एक ही उपाय है कि मास्क पहनें, सामाजिक दूरी बनाए रखें, बार-बार हाथ धोएं और टीका लगवाएं।
यह हमारे आसपास के लोगों और समुदाय के जीवन को मजबूत और स्वस्थ बनाता है। टीकाकरण दूसरों के लिए जोखिम कम करता है एवं हम अपनी रक्षा कर रहे हैं। प्राचार्य डॉ. एस.के. अरोड़ा ने मेहमानों का स्वागत किया और टीकाकरण अभियान को प्रोत्साहित किया एवं कॉलेज टीकाकरण केंद्र में संभव प्रयास करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऐसी सेवा ही मानवता की सच्ची सेवा है। टीकाकरण और बचाव से ही कोरोना महामारी को हराया जा सकता है। इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के क्षेत्रीय जनसंपर्क ब्यूरो, जालंधर के अधिकारी श्री राजेश बाली ने कॉलेज के युवाओं से इस अभियान का हिस्सा बनने का आग्रह किया।
उन्होंने टीका लगवाने वाले विद्यार्थियों को “मैंनें टीका लगावाया” हैट पहनकर उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर डीएवी कॉलेज के टीकाकृत छात्र ने ओलम्पिक खेलों में भाग लेने के लिए टोक्यो गए कॉलेज के विधार्थी और शेष भारतीय खिलाड़ियों को उनकी जीत पर बधाई देते हुए कहा कि यहां टीकाकरण कर हमने कोरोना पर जीत हासिल की है और आप टोक्यो में जीतेंगे। इस मौके पर दूरदर्शन जालंधर की टीम ने भी नुक्कड़ नाटक खेला। लोगों को कोरोना वैक्सीन को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर कर टीकाकरण कराने के लिए जागरूक किया गया। कार्यक्रम समन्वयक प्रो. मिड्डा ने अतिथियों का धन्यवाद किया और आश्वासन दिया कि डीएवी कॉलेज सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार समय-समय पर शिक्षा के साथ टीकाकरण अभियान भी जारी रखेगा। पहली और दूसरी खुराक के रूप में 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को यह टीका लगाया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ. साहिब सिंह और डॉ. गुरजीत कौर विशेष रूप से उपस्थित थे।