मान्यवर:-जयपुर पुलिस ने कानपुर से एक इंटरनेशनल चोर गिरफ्तार किया | इस चोर की कहानी हैरान करने वाली है | जमीर चोरी करने बांग्लादेश से आता था, पहले वो मेडिकल या टूरिस्ट वीजा पर रैकी करता था, चोकी के बाद अवैध तरीके से बॉर्डर पार करके वो वापस बांग्लादेश भाग जाता था |
चोरी के लिए वो फ्लाइट से सफर करता था | उसने पिछले कई सालों में दर्जनों चोरी की हैं, लेकिन बांग्लादेश भाग जाने की वजह से पकड़ नहीं हो पाती थी, लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद इस बार चोर को गिरफ्तार कर लिया गया | पुलिस ने बताया कि 20 सितंबर को हमें जानकारी हुई कि जमीर बांगलादेश अपने परिवार के साथ लौट रहा है | वो कानपुर की ट्रेन था, जिसे हमने टूंडला स्टेशन पर पकड़ॉ़, लेकिन पुलिस को चकमा देकर वो वहां से भाग निकाला |
जिसे हमने सारे सबूतों के साथ कानपुर स्टेशन से गिरफ्तार कर लियाा | उसकी गिरफ्तारी में उसके दाहिने हाथ की उंगलियां का्म आईं | जिसके अनुसार, जमीर के दाहिने हाथ में तीन उंगलियां थी, जिसको देखकर पुलिस ने उसकी पहचान की | उसके पास एक अलग नाम का भी पासपोर्ट पुलिस को मिला था | अब 1 अक्टूबर तक जमीर पुलिस की हिरासत में रहेगा |
जयपुर पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि जमीर कभी पूरे कपड़े पहनकर चोरी नहीं करता था | वो कच्छा और बनियान पहनकर चोरी करता था और चोरी से पहले शोरूम व ऑफिस के बाहर सड़क पर सोकर वो रैकी करता था | उसके बाद वो चोरी की घटना को अंजाम देता था | उसका कोई साथी नहीं है वो सारी चोरी अकेले ही करता था | जमीर ने जयपुर में एक साड़ी शोरूम में 1 करोड़ की चोरी की थी | जिसमें 15 लाख नकद व सोने-चांदी के सिक्के शामिल हैं | जिसको लेकर लगातार पुलिस इसकी तलाश कर रही थी, लेकिन वो पुलिस की गिरफ्त से हर बार भाग जाता था |
उस पर जयपुर में पहला मामला 2011 में दर्ज हुआ था, तब से पुलिस को उसकी तलाश थी | पुलिस ने बताया कि जमीर चोरी का सारा माल और पैसा अपने भाई की सास के घर में रखता था | जिसको लेने के लिए वो अपनी सास के यहां आया था | जहां पुलिस ने जानकारी मिलने के बाद पहले से ही घेराबंदी की हुई थी, लेकिन वो यहां से निकल गया | जिसे पुलिस ने कानपुर स्टेशन में सबूतों के साथ गिरफ्तार किया |