जालंधर(मान्यवर):-एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स, जालंधर के डिजाइन विभाग ने आर्किटेक्ट के काम की सराहना करने और उद्योग को श्रद्धांजलि देने के लिए विश्व वास्तुकला दिवस मनाया। 2050 में ‘वास्तुकला/डिजाइन’ की थीम पर एक संकल्पना बोर्ड प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विभाग के 30 छात्रों ने भाग लिया और कुछ उपन्यास, रचनात्मक और नवीन अवधारणाओं का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार अंशिका पुरी (बीडी सेम 5) को मिला, जिन्होंने मंगल ग्रह पर निर्माण की अवधारणा पर डिजाइन किया है। दूसरा पुरस्कार नताशा छाबड़ा (बीडी सेम 5) को सस्टेनेबल इंटीरियर्स के कॉन्सेप्ट पर मिला।
तीसरा पुरस्कार सुहानी धवन और दानिश जैन (बीडी सेम 7) द्वारा साझा किया गया था, जिन्होंने क्रमशः फ्यूचर सस्टेनेबिलिटी और सिल्वर आर्किटेक्चर की अवधारणाओं पर डिजाइन किया था। इनोवेशन की अवधारणा पर डिजाइन पेश करने के लिए मनराज कौर (बी.डी. सेम 3) को सांत्वना पुरस्कार मिला।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. नीरजा ढींगरा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं से छात्रों में रचनात्मकता और सोच का संचार होता है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों और विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए डिजाइन विभाग की सुश्री रानी कुमार और अन्य विभागीय सदस्यों के प्रयासों की भी सराहना की।