लुधियाना(विशाल ढल्ल):-स्टील एवं कच्चे माल की महंगाई के विरोध में पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे उद्यमियों ने मंगलवार को मौन व्रत रख कर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध जताया।
यूनाइटेड साइकिल एंड पार्ट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के बैनर तले किए जा रहे इस प्रदर्शन में उद्यमियों ने लगभग एक घंटे तक किसी से बातचीत नहीं की। उद्यमियों का तर्क है कि स्टील की कीमतों में पिछले समय के दौरान पचास से अस्सी फीसद तक का इजाफा हो गया है।
इसके अलावा मेटल्स में निकल, अल्यूमिनियम, तांबा, कापर समेत कई उत्पादों की कीमतें लगभग दोगुना तक उछल गई हैं। लुधियाना में ज्यादातर इकाईयां माइक्रो स्माल एंड मिडियम सेक्टर में लगी हैं। वे बाजार के उतार चढ़ाव को झेलने में असमर्थ हैं। महंगाई के अलावा उनको कच्चे माल की किल्लत से भी जूझना पड़ रहा है। इसका सीधा असर कारोबार पर हो रहा है। छोटी इकाईयों के समक्ष आस्तित्व का संकट मंडरा रहा है।
उद्यमियों का तर्क है कि यदि सरकार ने शीघ्र ही कोई कदम नहीं उठाया तो छोटी इंडस्ट्री बंदी के कागार पर पहुंच जाएगी।उद्यमी मानते हैं कि एक तरफ स्टील का निर्यात किया जा रहा है, जबकि दूसरी तरफ घरेलू उद्योगों को स्टील मांग के अनुसार नहीं मिल रहा है। इससे दिक्कतें बढ़ रही हैं।
उद्यमियों का कहना है कि केंद्र सरकार को इस संबंध में शीघ्र ही हस्तक्षेप देकर स्टील एवं कच्चे माल के रेट कम करने के उपाय करने होंगे। काला बाजारी एवं जमा खाेरी पर प्रतिबंध लगाने होंगे।इस अवसर पर यूसीपीएम के महासचिव मनजिंदर सिंह सचदेवा, फिको प्रधान गुरमीत कुलार, राजिंदर सिंह सरहाली, अवतार सिंह भोगल, चरणजीत सिंह विश्वकर्मा व सतनाम सिंह मक्कड़ समेत कई उद्यमी मौजूद थे।