मान्यवर:-जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण फिर से बढ़ने लगा है। प्रदेश में वीरवार को सवा चार माह बाद सर्वाधिक 223 संक्रमित मामले मिले हैं। इससे पहले 11 जुलाई को 224 लोग संक्रमित पाए गए थे। प्रदेश के जम्मू और कश्मीर संभाग में दो मरीजों की मौत हुई है। इनमें जम्मू निवासी सेना के सेवानिवृत्त कर्नल की भी जान चली गई है, जिनका उपचार सैन्य अस्पताल में चल रहा था।
राजोरी में दो डाक्टर और चार चिकित्सा कर्मियों सहित दस संक्रमित मामले मिले हैं। सीएमओ रियासी सहित स्थानीय डिग्री कालेज के 11 छात्र भी संक्रमित पाए गए हैं। राजधानी श्रीनगर में सर्वाधिक 74 संक्रमित मिले हैं, जिनमें 71 स्थानीय स्तर के हैं। बारामुला में सभी 54 स्थानीय स्तर के मामले मिले हैं। इसी तरह बडगाम में 11, पुलवामा में 19, गांदरबल में 14, जम्मू में 11 संक्रमित मामले मिले हैं। रियासी में 7 यात्री भी संक्रमित मिले हैं। जिला रामबन, पुंछ, किश्तवाड़, सांबा, उधमपुर, कुलगाम में कोई संक्रमित मामला नहीं मिला है।
संक्रमण का प्रसार बढ़ने की सूरत में जिला स्तर कोविड पाबंदियां बढ़ सकती हैं। वर्तमान में सभी बीस जिलों में सक्रिय मामले हो गए हैं, जबकि कुछ हफ्ते पहले तक कई जिले कोविड मुक्त चल रहे थे। जिला श्रीनगर में सबसे अधिक 573 सक्रिय मामले हैं। वर्तमान में सक्रिय मामलों का आंकड़ा बढ़कर 1581 तक पहुंच गया है। जबकि अब तक कोविड से 4459 लोगों की मौत हो चुकी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी जम्मू डॉ. जेपी सिंह का कहना है कि कोविड टीकाकरण की दोनों खुराक ले चुके लोगों को भी कोविड को लेकर पूरा एहतियात बरतने की जरूरत है। दोनों खुराक लेने वाले भी संक्रमित हो सकते हैं, लेकिन उन्हें संक्रमण का खतरा कम रहेगा। इसके अलावा जिसने कोई खुराक नहीं ली है, उनके लिए कोविड संक्रमण खतरनाक हो सकता है। वर्तमान में डेल्टा और डेल्टा प्लस म्यूटेशन के मामले मिल रहे हैं।