मान्यवर अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल (कच्चे तेल) की कीमतों में लगी आग का असर अब पेट्रोल डीजल के दाम पर पड़ना लगभग तय है नजर आने लगा है। क्रूड ऑयल की कीमत 128 डॉलर प्रति बैरल जा पहुंची है और बढ़ती हुई कीमत की रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 24 घंटे में ही क्रूड ऑयल की कीमत में 10 डॉलर प्रति बैरल का इजाफा हो गया है। शनिवार को क्रूड ऑयल की कीमत 118 डॉलर प्रति बैरल थी जिसमें सोमवार को पौने 9% के लगभग इजाफा हुआ। तेल कीमतों पर नजर दौड़ाई जाए तो अब तक क्रूड ऑयल की सबसे ज्यादा कीमत 142 डॉलर प्रति बैरल रह चुकी है लेकिन तब डॉलर की तुलना में भारतीय रुपए की कीमत लगभग 45 रुपए थी जो अब लगभग 75 रुपए है।
देश में आखरी बार बीती 8 नवंबर 2021 को पेट्रोल डीजल के भाव रिवाइज किए गए थे। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के मद्देनजर क्रूड ऑयल की कीमत बढ़ने के बावजूद भी पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई इजाफा नहीं किया गया था। नवंबर 2021 से लेकर मार्च 2022 तक क्रूड ऑयल की कीमत में प्रति बैरल लगभग 42 डॉलर का इजाफा हो गया है। नवंबर 2021 में क्रूड ऑयल की कीमत 86 डॉलर प्रति बैरल थी जो अब 128 डॉलर प्रति बैरल हो गई है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि चार महीने में ही क्रूड ऑयल की कीमतों में लगभग पचास फीसद का इजाफा हो गया है।
पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन, पंजाब के प्रवक्ता मोंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजे तो 10 मार्च को घोषित होने जा रहे हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की तेजी से बढ़ती कीमतों को देखकर तो लग रहा है कि शायद विधानसभा के आखिरी चरण के चुनाव संपन्न होते ही तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा हो सकती है। उन्होंने कहा कि तेल की कीमतों में इजाफा होने की अटकलों के बीच उपभोक्ताओं में सहम पाया जा रहा है। कृषि सेक्टर में भी गेहूं की कटाई के दौरान डीजल की कीमतें बढ़ जाने की आशंका चिंता ले आई है। उन्होंने कहा कि कृषि सेक्टर उधार में ही डीजल खरीदता दिखाई दे रहा है जिसका सारा भार पेट्रोलियम डीलर्स के ऊपर आ रहा है।