You are currently viewing क्या भाजपा में शामिल होंगे सुनील जाखड़ सवाल पर बोले   थोड़ा सब्र करें अब सोनिया-राहुल गांधी से मिलने का वक्त गया

क्या भाजपा में शामिल होंगे सुनील जाखड़ सवाल पर बोले थोड़ा सब्र करें अब सोनिया-राहुल गांधी से मिलने का वक्त गया

मान्यवर पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ क्या भाजपा में शामिल होंगे, इस पर उन्होंने थोड़ा सब्र करने की बात की है। जाखड़ ने यहां तक कहा कि अब सोनिया गांधी और राहुल गांधी को मिलने का वक्त चला गया है। नोटिस भेजकर उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई गई। उनके जमीर को ललकारा गया। जाखड़ ने सोशल मीडिया पर अपने इंटरव्यू को शेयर किया है। जिसमें उन्होंने कांग्रेस की तरफ से उनके साथ किए व्यवहार पर खुलकर अपनी राय जाहिर की है। जाखड़ को हाल ही में अनुशासन कमेटी ने 2 महीने के लिए सस्पेंड करने की सिफारिश की थी। हालांकि कांग्रेस नेतृत्व ने नरम रुख दिखाते हुए उन्हें पार्टी के पदों से हटा दिया।

PM से मेरे अच्छे व्यक्तिगत संबंध सुनील जाखड़ ने कहा कि मैं अपने सियासी जीवन और व्यक्तिगत संबंधों को अलग रखा है। पीएम नरेंद्र मोदी समेत मेरे दूसरे राजनीतिक विरोधियों के साथ अच्छे व्यक्तिगत संबंध हैं। जाखड़ ने कहा कि मैंने हमेशा सिद्धांतों की लड़ाई लड़ी और इसे आगे भी जारी रखूंगा।

मैंने अनुशासनहीनता नहीं की जाखड़ ने कहा कि मैंने पत्र लिखकर कांग्रेस हाईकमान को धमकाने वालों के प्रति आगाह किया था, यह अनुशासनहीनता नहीं है। छोटी सोच के नेता ऊंची कुर्सी पर बैठकर कांग्रेस की सेक्युलर विचारधारा को तोड़ रहे थे, जिसके बारे में कांग्रेस को सचेत किय था।

चापलूस और जी-हुजूरी करने वालों से ऐतराज सुनील जाखड़ ने कहा कि मुझे कांग्रेस में चापलूसी और जी हुजूरी करने वाले नेताओं से ऐतराज है क्योंकि वह पार्टी को गुमराह करते हैं। जो ऐसे लोगों की बातों को तरजीह देते हैं, मुझे उनसे भी नाराजगी है। 52 वर्षों के बाद भी मैं अपनी पार्टी को नहीं समझा पाया या पार्टी नहीं समझ सकी तो हम दोनों में ही कोई नुक्स होगा।

क्या मेरा हिंदू होना कोई कसूर है? जाखड़ ने हिंदू होने की वजह से सीएम न बनाने के बयान पर कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाने के बाद विधायकों की राय ली गई। मेरे समर्थन में 42 विधायक थे। मुझे इसलिए नजरअंदाज किया गया कि मैं हिंदू हूं? क्या यह मेरा कसूर है। मुझे हिंदू होने और उससे ज्यादा गर्व इस बात पर है कि मैं पंजाबी हूं। मुझे किसी पद की लालसा नहीं लेकिन ऐसे पेश किया गया जैसे हिंदू होना मेरा गुनाह हो।