जालंधर (नि. स.) पंजाब के पठानकोट जिले के तहत मीरथल कैंटोनमेंट में सोमवार को एक जवान ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इस गोलीबारी में 2 जवानों की मौत हो गई है। इस घटना के बाद कैंटोनमेंट में अफरा-तफरी मच गई, जिसका फायदा उठाकर आरोपी फरार हो गया।
वहीं आर्मी अभी इस मामले में अधिक जानकारी नहीं दे रही है। मिली जानकारी के अनुसार, जवान लोकेश ने साथी जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग की। मृतकों की पहचान हवलदार गौरी शंकर व सूर्यकांत के रूप में हुईं। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
इसके बाद लोकेश घटनास्थल से भाग गया। आर्मी की तरफ से संबंधित पुलिस स्टेशन नंगरपुर को इसकी सूचना दी गई है। वहीं घटना स्थल पर आर्मी ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। फायरिंग क्यों की गई, इसके कारणों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच चुके हैं।
4 महीने पहले अमृतसर के BSF हेड-क्वार्टर में भी हुई थी घटन तकरीबन चार महीने पहले ऐसी ही घटना पंजाब के अमृतसर जिले में BSF (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) हेड-क्वार्टर खासा में हुई थी। BSF के कांस्टेबल सत्यप्पा एसके ने मेस में ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं थी। फायरिंग में 4 जवानों की मौत हो गई थी और एक गंभीर रूप से घायल हो गया था। फायरिंग करने वाले सत्यप्पा ने बाद में खुद को भी गोली मार ली थी। जांच में स्पष्ट हुआ था कि कॉन्स्टबेल सत्यप्पा एसके मानसिक परेशानी से जूझ रहा था और उसके बैग से डिप्रेशन की गोलियां भी मिली थी।