जालंधर (ब्यूरो): जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट अपने नए नए कारनामो के लिए जाना जाता रहा है, लेकिन जब 10 साल अकाली दाल और BJP की सरकार थी तब अजय मल्होत्रा ने बहुत सारी अपनी मन मानी की है यही नहीं अब नए इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन जगतार सिंह संघेड़ा के लिए अजय मल्होत्रा एक बहुत बड़ी चुनौती है क्योकि जितने भी चेयरमैन हुए है सबके नीचे उसने काम किया है और बहुत सारी पुरानी स्कीमों की ,कागजो की, फाइलों की जानकारी अजय मल्होत्रा के पास है। जब अजय मल्होत्रा के ऊपर FIR हुई थी जिसमे फाइल गुम होने का दोष था और भी बहुत कुछ था। तो एक ही दिन में अजय मल्होत्रा ने इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट में जाकर फाइले ढूंढ ली थी अचानक ये अचम्भा कैसे हुआ ये आज तक कोई नहीं समझ पाया। अब बात यह है की पिछले 20 सालो से ये एक ही सीट पर बैठे ससपेंड अजय मल्होत्रा को नए चेयरमैन कैसे डील करते है ये बहुत ही रोचक विषय होगा। देखते है जगतार सिंह संघेड़ा इस केस को कैसे डील करते है और अजय मल्होत्रा के साथ उनका क्या सिस्टम रहता है।