जालंधर(मान्यवर):-कन्या महा विद्यालय (स्वायत्त) ने सभी विज्ञान स्ट्रीम के छात्रों के लिए समस्या समाधान और विचार कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का आयोजन पी.जी. इंस्टीट्यूशन इनोवेशन हब (KMV IIC) के सहयोग से भौतिकी विभाग। आयोजन का उद्देश्य छात्रों के रचनात्मक दिमाग को विकसित करना था ताकि वे दैनिक जीवन में वैज्ञानिक विचारों को लागू कर सकें।
गौरतलब है कि विज्ञान को लोकप्रिय बनाने और छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के लिए कॉलेज परिसर में इनोवेशन हब स्थापित किया गया है जो सीखने, प्रेरणा, प्रेरणा, मनोरंजन, कल्पना और सोच का एक स्वतंत्र स्थान है।
बुनियादी भौतिकी की शिक्षा में रचनात्मकता और कौशल को बढ़ाने के लिए कुछ प्रयोग जैसे सर्कुलर पेंडुलम, एनहार्मोनिक ऑसिलेटर, ट्रांसमिशन लाइन, ब्लैक होल, एयर कैनन, डॉपलर इफेक्ट, रोटेशनल मोशन, इंक्लाइन प्लेन में मोशन, स्प्रिंग में एनर्जी ट्रांसफर आदि।
कार्यशाला के दौरान छात्रों को व्यावहारिक तरीके से अवधारणाओं को समझना आसान बनाने के लिए प्रदर्शित किया गया। छात्रों को प्रत्येक उपकरण के बारे में नए तथ्यों की जांच करने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया और उन्हें उपकरण से संबंधित विभिन्न प्रयोगों और गतिविधियों की योजना बनाने की सलाह दी गई। कार्यशाला के दौरान छात्रों को इनोवेशन हब में विभिन्न सेटअपों से संबंधित अवधारणाओं का पता लगाने की स्वतंत्रता दी गई।
प्राचार्य डॉ. (प्रो.) अतिमा शर्मा द्विवेदी ने कहा कि कार्यशाला से छात्रों में वैज्ञानिक भावना और जिज्ञासा का विकास हुआ जिसने उन्हें सोचने और रचनात्मक रूप से दिन-प्रतिदिन की चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए मजबूर किया। मैडम प्रिंसिपल ने इस तरह की अभिनव पहल करने के लिए पीजी भौतिकी विभाग के प्रयासों की सराहना की।