जानिए क्या है अहम वजह
ब्यूरो :- प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को हम सभी गणतंत्र दिवस मनाते है। इस वर्ष 26 जनवरी 2021 को भारत का 72वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है । आज ही के दिन हमारे देश में हमारा खुद का संविधान लागू किया था और 26 जनवरी 1950 के दिन भारत प्रजातान्त्रिक गणतंत्र देश बना था। हम सभी के लिए गणतंत्र दिवस केवल एक पर्व ही नहीं बल्कि गौरव और सम्मान का दिन भी है। साथ ही उन सभी महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानीयों के त्याग, बलिदान और शौर्य को याद करने का दिन भी है। यह दिन प्रत्येक भारतीय का अभिमान है।
भारतवर्ष में ‘स्वराज’ के लिए हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों ने पुरे जीवनभर संघर्ष किया। उन्होंने अपने प्राणों का बलिदान भी दिया ताकि उनकी आने वाली पीढ़ी यानि हमें कोई संघर्ष न करना पड़े और हम देश को आगे लेकर जा सकें किन्तु आज हम सभी कहाँ आकर खड़े हो गये हैं ? यह बहुत ही शर्म की बात है कि आजादी के इतने 71 वर्षों के बाद भी हम अपराध, भ्रष्टाचार और हिंसा जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं | यह सभी को भलीभांति मालूम है आज हमें फिर से एकबार साथ मिलकर अपने देश से इन बुराइयों को बाहर निकाल फेंकना है जैसे कि स्वतंत्रता सेनानी नेताओं ने अंग्रेजों को हमारे देश से बाहर निकाल फेंका था।
हर साल हमारे देश में गणतंत्र दिवस का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है और इसके लिए महीनों पहले से तैयारियां शुरू हो जाती हैं, पर इस बार का गणतंत्र दिवस बेहद खास होगा और इसकी वजह है अयोध्या का राम मंदिर जिसकी विशेष रूप से झांकी तैयार कर गणतंत्र दिवस की परेड में भी दिखाई जा रही है । बताया जाता है कि सिंकदर लोदी के शासनकाल के दौरान भी भव्य राममंदिर था। 14वीं शताब्दी के बाद मुगलों का अधिकार हो गया और 1527-28 के दौरान भव्य राममंदिर को तोड़कर उसकी जगह मस्जिद बना दी गई। इसके बाद 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर निर्माण का कार्य फिर से शुरू हुआ।
साथ ही साथ मैं इस देश का नागरिक होने के नाते आज की स्थिती को भी संज्ञान में लेते हुए कहना चाहता हूँ कि किसान जो हमारे देश का अनदाता है,हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी भी है उसे समझाने की कोशिश,उनकी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द निकालना चाहिए और सभी विपक्षी दलों से भी आग्रह है कि कृपया राजनीति से ऊपर उठकर इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करना चाहिए ।