जालंधर (ब्यूरो):-पंजाब मंत्रिमंडल में आज चौथी बार विस्तार हो गया है। भगवंत मान अपनी कैबिनेट में करतारपुर के विधायक पूर्व DCP बलकार सिंह और लंबी से विधायक गुरमीत सिंह खुड्डियां को शामिल कर लिया है। दोनों नए मंत्रियों को राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। बलकार सिंह दोआबा क्षेत्र से ब्रह्मशंकर जिंपा के बाद दूसरे मंत्री हैं। इसके बाद मंत्रियों के विभागों में फेरबदल हो सकता है।
वहीं कल मंगलवार को स्थानीय निकाय मंत्री इंदरबीर सिंह निज्जर ने निजी कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा भगवंत मान को सौंपा था। जिसे मुख्यमंत्री ने आगे राज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेज दिया।
मंजूर होने के बाद राज्यपाल से नए मंत्रियों की शपथ के लिए समय लिया गया। सूत्रों के मुताबिक निज्जर ने खुले तौर पर सरकार की एक विजिलेंस जांच का विरोध किया था। जिसके बाद उन्हें कुर्सी गंवानी पड़ी।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के 15 महीने में निज्जर तीसरे मंत्री हैं, जिन्हें कुर्सी गंवानी पड़ी। इससे पहले डॉ. विजय सिंगला और फौजा सिंह सरारी को हटाया जा चुका है।
नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण की तस्वीरें देखिए…
मंत्री बने बलकार बोले- सेवा करेंगे
कैबिनेट मंत्री की शपथ ग्रहण करने के बाद राजभवन से बाहर निकले करतारपुर के विधायक बलकार सिंह ने कहा कि वह पहले भी लोगों की सेवा कर रहे थे और अब भी मंत्री बनकर लोगों की सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि जालंधर में लोगों ने पार्टी का पूरा साथ दिया है। उन्होनें कहा सूबे के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उन्हें सेवा का मौका बख्शा है और वह उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।
बलकार सिंह और खुडि्डयां मंत्री क्यों बने?
1. जालंधर उपचुनाव में करतारपुर से सबसे ज्यादा लीड मिली
करतारपुर के विधायक बलकार सिंह को जालंधर लोकसभा उपचुनाव में उत्कृष्ट कार्य का इनाम मिला है। उत्कृष्ट कार्य सिर्फ उपचुनाव में अपने क्षेत्र से सबसे ज्यादा लीड दिलवाना ही नहीं बल्कि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से पंगा लेने का उन्हें रिवॉर्ड मिला है। बलकार के खिलाफ मजीठिया ने मोर्चा खोल रखा था, लेकिन बलकार ने डटकर मुकाबला किया था।
2. गुरमीत ने प्रकाश सिंह बादल को हराकर बनाया रिकॉर्ड
लंबी के विधायक गुरमीत सिंह खुड्डियां को शिरोमणि अकाली दल के किले को भेदने और 5 बार के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को हराने के कारण मंत्री पद मिला है। खुड्डियां ने लंबी सीट पर नामुमकिन को भी मुमकिन करते हुए शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त एवं पूर्व मुख्यमंत्री बादल को उन्हीं के गृह क्षेत्र में मात देकर इतिहास रचा था।
अब भी कैबिनेट में 2 मंत्रियों के पद खाली
कैबिनेट के मानदंडों के अनुसार, पंजाब में सीटों के लिहाज से मुख्यमंत्री समेत 18 मंत्री बन सकते हैं, लेकिन अभी मौजूदा समय में मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत 15 कैबिनेट मंत्री हैं। अब भी मंत्री निज्जर के इस्तीफे और 2 मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किए जाने के बावजूद 2 मंत्रियों को पद खाली रहेंगे। इन्हें सरकार अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के बाद भर सकती है।
माझा का कद घटाकर दोआबा का बढ़ाया
माझा क्षेत्र ने विधानसभा चुनाव में 25 में से 16 सीटें आम आदमी पार्टी की झोली में डाली थीं। सरकार में भी उसी के हिसाब से पांच मंत्रियों को जगह दी गई थी। लेकिन अब स्थानीय निकाय मंत्री इंद्रबीर सिंह निज्झर के इस्तीफा दे देने के बाद मान सरकार ने माझा से तो कोई मंत्री नहीं बनाया अलबत्ता दोआबा से एक और मंत्री बनाकर माझा का कद घटाकर दोआबा का बढ़ाया है।
मौजूदा दौर में माझा से अब 4 मंत्री रह गए हैं जबकि 69 में से 66 सीटें देने वाले मालवा क्षेत्र में एक मंत्री के बढ़ जाने से अब वहां से मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों की संख्या 10 हो गई है। इसी तरह से अब दोआबा जिसने 18 में से 9 सीटें सत्ताधारी दल को दी वहां से 2 मंत्री हो गए हैं।